लंका नगरी किस पर्वत पर है? क्या आप जानते है, अगर नहीं तो यहाँ पर जानिए।
जैसा की आपको बता दे की आज हम बात कर रहे है लंका नगरी की जो त्रिकूट पर्वत पर है। त्रिकूट पर्वत भारतीय महाकाव्य रामायण में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसे रावण की लंका की ओर जाने के मार्ग में एक प्रमुख स्थान माना जाता है। यह पर्वत दो अन्य पर्वतों के साथ मिलकर एक त्रिकोणात्मक आकृति बनाता है, जिसके कारण इसका नाम त्रिकूट पड़ा।
त्रिकूट पर्वत
त्रिकूट पर्वत के बारे में मान्यता है कि यहाँ भगवान राम और लक्ष्मण ने सीता की खोज के दौरान विभिन्न स्थानों पर यात्रा की थी। इसके अलावा, त्रिकूट पर्वत को धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है, और यह कई तीर्थस्थलों के निकट स्थित है। कुल मिलाकर, त्रिकूट पर्वत पौराणिक कथाओं और भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
त्रिकूट पर्वत कहाँ पर है
त्रिकुट पर्वत, झारखंड के देवघर ज़िले में स्थित एक हिंदू तीर्थस्थल है. यह पर्वत, देवघर शहर से करीब 13 किलोमीटर दूर, दुमका रोड पर है। त्रिकुट पर्वत पर तीन मुख्य चोटियां हैं, जिन्हें ब्रह्मा, विष्णु, और महेश के रूप में जाना जाता है। इस पर्वत की सबसे ऊंची चोटी 2,470 फ़ीट ऊंची है। यहां एक तरफ़ बाबा वैद्यनाथ का मंदिर है और दूसरी तरफ़ दुमका की तरफ़ नागनाथ बाबा बासुकीनाथ का मंदिर है। इस पर्वत पर घने जंगल में त्रिकुटाचल महादेव मंदिर और ऋषि दयानंद का आश्रम है। यहां गणेश मंदिर और हनुमान मंदिर भी हैं।