फसलों की कटाई के बाद अगर किसान अपनी उपज का अच्छा मूल्य प्राप्त करना चाहते हैं, तो वे समर्थन मूल्य पर अपनी फसल बेच सकते हैं। इसके लिए सरकार ने पंजीकरण की तिथि बढ़ा दी है, जिससे जो किसान अब तक पंजीयन नहीं करवा पाए हैं, उन्हें एक और मौका मिलेगा। किसान 14 अक्टूबर तक धान, ज्वार, बाजरा और अन्य मोटे अनाज से संबंधित फसलों के लिए पंजीयन कर सकते हैं, और सोयाबीन के लिए पंजीयन की तिथि 20 अक्टूबर तक है।
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किसान अपने पंजीकरण एमपी ऑनलाइन, कियोस्क सेंटर, लोक सेवा केंद्र, सहकारी समिति केंद्र या पंचायत सुविधा केंद्र पर करवा सकते हैं, जिसके लिए उन्हें 50 रुपये का शुल्क देना होगा। हालांकि, यदि किसान नि:शुल्क पंजीकरण करवाना चाहते हैं और किसी केंद्र पर जाने की आवश्यकता से बचना चाहते हैं, तो वे मोबाइल के माध्यम से सरलता से पंजीयन कर सकते हैं। इसके लिए यह आवश्यक है कि उनका खसरा नंबर आधार कार्ड से लिंक हो।
मोबाइल से किसान कर पाएंगे रजिस्ट्रेशन
- सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर से किसान ऐप डाउनलोड करें।
- ऐप में अपनी प्रोफाइल आधार कार्ड के माध्यम से बनाएं।
- ऐप में विभिन्न विकल्पों में से ‘ई-उपार्जन’ वाले विकल्प का चयन करें।
- डैशबोर्ड में पहले अपने जिले का नाम, फिर तहसील, हल्का और गांव का नाम भरें। इसके बाद खसरा नंबर का चयन करें।
- खसरा नंबर से संबंधित फसलों की सूची में से अपनी फसल जैसे मूंग, मक्का, ज्वार, बाजरा आदि का चयन कर पंजीकरण पूरा करें।
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पंजीकरण करते समय रखे ध्यान
किसान ऐप से रजिस्ट्रेशन करते समय यह सुनिश्चित करें कि आपका खसरा नंबर आधार कार्ड से लिंक हो।पटवारी द्वारा गिरदावरी में खेत की फसल की जानकारी का सत्यापन भी जरूरी है, क्योंकि वही फसल पंजीकरण में मान्य होगी।इस प्रकार, किसान घर बैठे सरल तरीके से अपनी फसल का पंजीकरण कर सकते हैं और समर्थन मूल्य पर उसे बेच सकते है.