भारत की सबसे खास फसल जिसकी खेती बना दे पैसा वाला आदमी, शुरू करे इस सब्जी की खेती, जाने सब्जी का नाम और काम।
नमस्ते दोस्तों आज आपके लिए भिंडी की खेती एक आसान और लाभकारी प्रक्रिया है। यहां भिंडी की खेती के लिए आवश्यक जानकारी दी गई है। इस सब्जी की कई किसान करना काफी ज्यादा पसंद कर रहे है। इस सब्जी के कई तरह के फायदे है जैसे की भिंडी में विटामिन C, फोलेट, विटामिन K, और कई खनिज जैसे पोटैशियम और मैग्नीशियम होते हैं। यह उच्च फाइबर सामग्री के कारण पाचन में मदद करती है और कब्ज की समस्या को दूर करती है। चलिए जानते है कैसे की जाती है इस सब्जी की खेती।
भंडी की सब्जी की खेती
भिंडी की खेती एक आसान और लाभकारी प्रक्रिया है। यहां भिंडी की खेती के लिए आवश्यक जानकारी दी गई है।
जलवायु और मिट्टी
भिंडी को गर्म और उमस भरी जलवायु पसंद है। इसे 25-35°C तापमान में सबसे अच्छा बढ़ता है। अच्छी जल निकासी वाली बलुई या दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है। pH 6.0 से 7.0 तक की मिट्टी सबसे अच्छी रहती है।
बीज चयन
अच्छे गुणवत्ता वाले बीज चुनें। हाइब्रिड या स्थानीय किस्में जैसे “अम्बा भिंडी”, “चिरंजीवी” आदि लोकप्रिय हैं।
बुवाई का समय
भिंडी की बुवाई आमतौर पर गर्मियों में की जाती है। इसे मार्च से मई के बीच बोया जा सकता है। बीजों को 2-3 सेंटीमीटर गहरे गड्ढों में बोएं। पंक्तियों के बीच 30-40 सेंटीमीटर और पौधों के बीच 20-30 सेंटीमीटर की दूरी रखें।
सिंचाई
पहली सिंचाई बुवाई के बाद तुरंत करें। बाद में मिट्टी की नमी के अनुसार सप्ताह में 1-2 बार सिंचाई करें। भिंडी की फसल 45-60 दिनों में कटाई के लिए तैयार होती है। जब फल छोटे और हरे होते हैं, तभी उन्हें काटें। नियमित कटाई से पौधों को अधिक उत्पादन होता है।
कमाई कितनी होगी
भिंडी की खेती से कमाई कई कारकों पर निर्भर करती है, 1 एकड़ में भिंडी की औसत उपज लगभग 8-10 टन होती है। कीमत मौसम और स्थान के अनुसार बदलती है, लेकिन आमतौर पर भिंडी का मूल्य ₹20-₹50 प्रति किलो हो सकता है। कुल लागत (खाद, सिंचाई, श्रम आदि) लगभग ₹25,000-₹40,000 प्रति एकड़ हो सकती है। अगर 1 एकड़ में 8 टन उपज हुई और बाजार में ₹30 प्रति किलो मिला, तो कमाई लगभग ₹2,40,000 हो सकती है। लागत घटाकर, शुद्ध लाभ लगभग ₹2,00,000 तक हो सकता है।