मध्यप्रदेश के कृषि उपज मंडी में गेहूं की कीमतें आसमान छू रही हैं। हाल ही में हुई नीलामी में गेहूं का भाव 3601 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया, जो इस सीजन का अब तक का रिकॉर्ड है। हालांकि, सोयाबीन की आवक बढ़ने के बावजूद इसकी कीमतों में कोई वृद्धि नहीं हुई है।
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गेहूं की मांग बढ़ी, कीमतें भी चढ़ीं
कुछ दिन पहले लोकवन गेहूं की कीमत 3601 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गई थी। चमकदार पूर्णा गेहूं 2998 रुपये प्रति क्विंटल तक बिकना शुरू हो गया है। मिल क्वालिटी गेहूं की मांग भी मजबूत है। आटा और मैदा मिल मालिकों की खरीद जारी है। बाजार में इसकी कीमत 2700 से 2800 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ गई है।
गेहूं की कीमतों में 500 से 700 रुपये का इजाफा
सीजन के शुरू होने के बाद से गेहूं की कीमतों में 500 से 700 रुपये प्रति क्विंटल तक का इजाफा हुआ है। गेहूं की कीमतों में वृद्धि का असर आम उपभोक्ताओं पर भी पड़ना शुरू हो गया है। आटा 32 से 36 रुपये प्रति किलो तक उपलब्ध है। हालांकि, सरकार गेहूं की कीमतों में वृद्धि रोकने के प्रयास कर रही है। स्टॉक सीमा लागू कर दी गई है। निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके बावजूद भी वृद्धि जारी है। इसका कारण गेहूं की भारी कमी है।