महिलाओं और लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु विभिन्न सरकारी योजनाएं चलायी जा रही हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा एक बार नयो योजना की मुहीम चलायी जा रही है. सरकार ने 14 से 18 साल की लड़कियों को निशुल्क कौशल प्रशिक्षण देने का फैसला किया है,इस योजना में महिलाये कौशल को सीखकर रोजगार हासिल कर सकती है. आइये जानते है इस योजना के बारे में बिन्दुओ के अनुसार
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निशुल्क कौशल प्रशिक्षण देने का उद्देश्य
इस योजना के माध्यम से सरकार बालिकाओ और महिलाओ को आर्थिक रूप से मजबूत करना चाहती है,तकनिकी और कौशल के क्षेत्र में महिलाओ की अहम भागीदारी हो,लड़कियों को उन क्षेत्रों में ट्रेनिंग दी जाए जहां उनकी उपस्थिति अभी भी कम है। इससे न केवल उन्हें नए रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि वे समाज में अपनी एक नई पहचान भी बना सकेंगी।
कैसे मिलेगा प्रशिक्षण
इस योजना के तहत लड़कियों को विभिन्न कौशल में निपुण कराया जायेगा जैसे तकनीकी काम, डिजिटल मार्केटिंग, कंस्ट्रक्शन और फैशन डिजाइनिंग ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद, लड़कियां बेहतर रोजगार के लिए तैयार होगी,ट्रेनिंग कार्यक्रम सही मार्गदर्शन और सही अनुभव प्रदान करेगा।
योजना की शुरुआत
देश के 27 जिलों में योजना का पहला चरण अगले कुछ हफ्तों में शुरू किया जाएगा,उसके पश्चात् यह योजना 218 अन्य जिलों में भी लागू की जाएगी। ट्रेनिंग के लिए स्थान कुछ ऐसे तय किये जायेगे की लड़कियों को अपने घरों या स्कूलों के निकट ट्रेनिंग सेंटरों तक पहुँचने में कोई कठिनाई न हो। सुलभ, सुविधाजनक और प्रभावी हो, इस बात का ध्यान रखा जाएगा।
सचिव श्री अनिल मलिक ने कहाँ
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव श्री अनिल मलिक ने इस योजना के बारे में अपने विचार व्यक्त किये। यह कदम लड़कियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण है। सचिव महोदय के अनुसार लड़कियों को गैर-पारंपरिक नौकरियों के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे उनके जीवन में स्थायित्व और विकास संभव हो सकेगा। इस तरह की पहल से न केवल लड़कियाँ, बल्कि समग्र समाज के लिए भी फायदेमंद है.
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योजना से लाभ
लड़कियों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए उनके स्कूलों और घरों के पास ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहाँ उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन साथ-साथ कौशल रोजगार प्राप्त होंगे। इससे वे विभिन्न उद्योगों में रोजगार पाने के लिए आवश्यक जानकारी और कौशल विकास कर पाएगी।